बिहारी का जन्म ग्वालियर राज्य के अन्तर्गत बसुआ गोविन्दपुर नामक गाँव में सन् 1603 ई0 में हुआ था। ये मथुरा के चौबे ब्राह्मण थे। इनके पिता का नाम केशव राय था, इनका बचपन बुन्देलखण्ड और युवावस्था ससुराल मथुरा में बीता। ससुराल से किसी बात पर अपमानित होने पर ये जयपुर के राजा मिर्जा जयसिंह के दरबार में आकर रहने लगे थे। जयपुर में रहकर इन्होंने अपने एकमात्र काव्य ग्रन्थ ‘सतसई’ की रचना की जिसमें 719 दोहे हैं। जीवन के अन्तिम दिनों में पत्नी के देहान्त हो जाने पर ये वृन्दावन चले गये थे और वहीं सन् 1663 ई० में इनका देहान्त हो गया।Read more..