बैंक की परिभाषाएँ
बैंक की प्रमुख परिभाषाएँ निम्नलिखित हैं-
(1) प्रो० किनले के मतानुसार- “बैंक एक ऐसी संस्था है, जो सुरक्षा का ध्यान रखते हुए ऐसे व्यक्तियों को ऋण देती है, जिनको इसकी आवश्यकता होती है तथा जिसके पास व्यक्ति अपना अतिरिक्त रुपया जमा करते हैं।”
(2) भारतीय बैंकिंग कम्पनीज अधिनियम 1949 के अनुसार- “बैंक एक ऐसी संस्था है जो मुद्रा को उधार देने या निवेश करने हेतु इसे जनता से जमा पर प्राप्त करती है। इसका भुगतान माँगने पर, चैक, ड्राफ्ट, आदेश द्वारा करती है।”Read more….