मौलिक अधिकार का अर्थ एवं परिभाषा
भारतीय संविधान में सबसे बड़ी देन नागरिकों के मूल अधिकारों को पाना व्यक्तित्व के विकास के लिए आवश्यक शर्त है। संसार का कोई भी राष्ट्र उस समय तक उन्नति नहीं कर सकता जब तक उसके नागरिक सुखी तथा समृद्ध जीवन व्यतीत न करें। ऐसा केवल अधिकारों की रक्षा द्वारा ही सम्भव है। हमारे संविधान में प्रत्येक भारतवासी को धर्म, जाति, लिंग तथा जन्म-स्थान के भेदभाव बिना समानता के अधिकार प्रदान किये गये हैं।Read more…