रसखान का असली नाम इब्राहीम था। ये पठान सरदार थे। इनका जन्म दिल्ली में सन् 1558 ई0 के आस-पास हुआ था। इनके सम्बन्ध में किवदन्ती प्रचलित है कि ये किसी बनिये की लड़की के सौन्दर्य पर आसक्त थे। उनका यह सौन्दर्य प्रेम बाद में चलकर कृष्णभक्ति में परिणत हो गयी। मुसलमान होते हुए भी ईश्वर के अवतार पर विश्वास मानकर श्रीकृष्ण की ओर उन्मुख हुए थे। इन्होंने गोसाई विट्ठलनाथ जी से दीक्षा ली थी। इनका देहान्त सन् 1618 ई० के आस-पास हुआ।Read more…