शैक्षिक नेतृत्व से आप क्या समझते हैं? शैक्षिक नेतृत्व के मार्ग में आने वाली प्रमुख बाधाओं का वर्णन कीजिये।
शैक्षिक नेतृत्व का अर्थ
जीवन में प्रत्येक क्षेत्र में नेतृत्व की आवश्यकता होती है। अन्य क्षेत्रों के समान शिक्षा का क्षेत्र भी समाज कल्याण में अत्यन्त सहायक सिद्ध होता है। शैक्षिक क्षेत्र में योग्य नेतृत्व प्राप्त होने पर शिक्षा का स्तर उच्च दिशा में विकसित होता चला जाता है।
अतः शिक्षा जगत में सुधार करने हेतु शिक्षा-पद्धति में परिवर्तन एवं संशोधन करने के साथ-साथ सुदृढ़ नेतृत्व की भी आवश्यकता होती है। आधुनिक युग में शिक्षा का क्षेत्र दिन-प्रतिदिन व्यापक होता जा रहा है। शैक्षिक क्षेत्र में, निदेशक, उपनिदेशक, विद्यालय निरीक्षक, प्रधानाध्यापक, विभागाध्यक्ष एवं कुछ वरिष्ठ शिक्षकों को प्रशासक के रूप में अपने-अपने उत्तरदायित्वों का निर्वाह करना पड़ता है। शैक्षिक क्षेत्र में प्रशासकों को ही नेता के रूप में स्वीकार किया जाता है।
अतः इन समस्त व्यक्तियों को शिक्षा एवं विद्यालया से सम्बन्धित समस्याओं की पूर्ण जानकारी होनी चाहिए। शिक्षण पद्धति, पाठ्य-पुस्तक, पाठ्यक्रम, अध्यापक-व्यवहार इत्यादि की भी प्रशासकों को समुचित जानकारी होनी चाहिए। अतः व्यक्ति एक सफल एवं उत्तम प्रशासक बनने हेतु शैक्षिक नेतृत्व की शक्ति को प्राप्त करता है। अन्य क्षेत्रों के समान शैक्षिक क्षेत्र में शैक्षिक नेतृत्व Read more…