अशोक का धम्म क्या था ? और बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए क्या- क्या उपाय किये गये ?
अशोक का धम्म, जिसे ‘अशोकान धर्म’ भी कहा जाता है, भारतीय सम्राट अशोक (Ashoka the Great) द्वारा प्रचारित किया गया एक उदार धर्म था जो बौद्ध और जैन धर्मों के सिद्धांतों का समृद्धि और समझदारी के प्रति प्रोत्साहित करने का प्रयास करता था। यह धर्म अशोक के स्तूपों, शिलालेखों और इनस्क्रिप्शन्स (अभिलेख) के माध्यम से हमें पता चलता है।
अशोक का धम्म कुछ मुख्य अवधारणाओं पर आधारित था, जिनमें सहिष्णुता, अहिंसा, धर्मिक समझदारी, और लोगों के साथ नैतिक व्यवहार की बढ़ाई गई। अशोक ने यहाँ तक कहा कि उसका धर्म बस नहीं शब्दों में बल्कि कार्रवाई में व्यक्त होना चाहिए। उन्होंने विभिन्न भूमियों पर स्तूपों की नींव रखी और शिलालेखों में अपने धर्मिक तत्वों को समझाया। Read more…