मौलिक अधिकार (Fundamental Rights) एक व्यक्ति के या एक समूह के बुनियादी अधिकार होते हैं जो उन्हें किसी सरकार या संगठन से मिलते हैं और जो उनकी महत्वपूर्णता और अवश्यकता को दर्शाते हैं। ये अधिकार बुनियादी तौर पर संविधान में स्थापित किए जाते हैं और वे संविधान के मौलिक भाग के रूप में माने जाते हैं।
मौलिक अधिकारों का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों की गंभीरता को समझने और सुनिश्चित करने का है। इन अधिकारों का पालन और संरक्षण समाज में न्याय, स्वतंत्रता, और समानता के मूल्यों को बढ़ावा देता है।
भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार भी दिए गए हैं, जो भारतीय नागरिकों को विभिन्न मौलिक और अभिन्नता के अधिकार प्रदान करते हैं। इनमें विवाद की जा सकती है, और उन्हें न्यायालयों के माध्यम से संरक्षित किया जाता है।Read More…