शैक्षिक प्रशासन का अभिप्राय शिक्षा के प्रशासन से है। शैक्षिक प्रशासन के सम्प्रत्यय को स्पष्ट रूप से समझने के लिए प्रशासन के अर्थ को जानना अति आवश्यक है। प्रशासन वह क्षमता है जिसके द्वारा सामाजिक शक्तियों एवं विरोधी तत्वों को एकाकी अवयव (Organism) में समन्वित किया जाता है, जिससे वे एक एकता (Unity) के रूप में संचालित हो सकें। प्रशासन एक साधन है, साध्य नहीं। यह एक सतत् प्रक्रिया है जिसका प्रारम्भ संस्था या संगठन की शुरूआत से होता है और जैसे-जैसे संस्था के लक्ष्यों की प्राप्ति होती जाती है वैसे-वैसे इसकी प्रगति होती जाती है।
प्रशासन अंग्रेजी भाषा के शब्द Administration शब्द का पर्याय है, जिसकी उत्पत्ति लेटिन भाषा के मूल शब्द minister से हुई है। मिनिस्टर का अर्थ है ‘Service to others’ सेवा कार्य अर्थात् ऐसा कार्य जिससे दूसरों का कल्याण हो। ब्रिटेनिका एनसाइक्लोपीडिया के अनुसार, “The performance of management of affairs” अर्थात् कार्यों का निष्पादन अथवा प्रबन्ध करना।
शैक्षिक प्रशासन का अर्थ
शैक्षिक प्रशासन सामान्य प्रशासन के विशाल क्षेत्र का ही एक भाग है। “शैक्षिक प्रशासन” से आशय शिक्षा के क्षेत्र में प्रशासन से है। यह अपने सीमित एवं प्राप्ति साधनों के द्वारा सीखने तथा सिखाने की प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाने का यथाशक्ति प्रयास करता है।
शिक्षा के महत्व से समाज भली-भाँति परिचित है, चूँकि उस पर ही सम्पूर्ण समाज या राष्ट्र के विकास का दायित्व होता है। मानवीय एवं राष्ट्रीय जीवन में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका को प्रत्येक समाज स्वीकार करता है चाहे वहाँ की शासनप्रणाली का स्वरूप कैसा ही हो, वह विकसित हो या विकासोन्मुख अथवा वह किन्हीं भी सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक व दार्शनिक मूल्यों व विचारधाराओं में विश्वास रखता हो। प्रशासन के द्वारा ही समस्त शैक्षिक संस्थाओं की व्यवस्था, शिक्षा सम्बन्धी नीतियों का निर्धारण, नियोजन, संगठन, दिशा-निर्देशन, समन्वय तथा नियन्त्रण किया जाता है। शैक्षिक प्रशासन के उद्देश्यों को Read More…